ऐसे अणु अनुपाती मिश्रण, जो बाह्यत: प्रतिकारित (externally compensated) तथा प्रकाशत: निष्क्रिय होते हैं, रेसिमिक रूपांतर (racemic modification) कहलाते हैं।
42.
1838 ई. में बिओ ने पता लगाया कि टार्टरिक अम्ल प्रकाशत: सक्रिय है और रेसिमिक अम्ल प्रकाशत: निष्क्रिय है।
43.
पैस्टर ने पता लगाया कि टार्टरिक और रेसिमिक अम्लों का संघटन तथा उनका संरचनासूत्र HOOC-CHOH-CHOH-COOH एक है, पर उनके भौतिक गुणों में भिन्नता है।
44.
में केस्टनर (Kastner) ने उसी संघटन का एक अम्ल उपजात के रूप में पाया और इसका नाम रेसिमिक (Racemic) अम्ल रखा।
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पैस्टर ने पता लगाया कि टार्टरिक और रेसिमिक अम्लों का संघटन तथा उनका संरचनासूत्र HOOC-CHOH-CHOH-COOH एक है, पर उनके भौतिक गुणों में भिन्नता है।
46.
पेनिसीलियम ग्लौकम जब रेसिमिक अमोनियम टार्टरेट के विलयन पर उगाया जाता है, तो पहले डेक्ट्रो रूप नष्ट हो जाता है और लीवो बच जाता है।
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पेनिसीलियम ग्लौकम जब रेसिमिक अमोनियम टार्टरेट के विलयन पर उगाया जाता है, तो पहले डेक्ट्रो रूप नष्ट हो जाता है और लीवो बच जाता है।
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पेनिसीलियम ग्लौकम जब रेसिमिक अमोनियम टार्टरेट के विलयन पर उगाया जाता है, तो पहले डेक्ट्रो रूप नष्ट हो जाता है और लीवो बच जाता है।
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ऐसे अणु अनुपाती मिश्रण, जो बाह्यत: प्रतिकारित (externally compensated) तथा प्रकाशत: निष्क्रिय होते हैं, रेसिमिक रूपांतर (racemic modification) कहलाते हैं।
50.
कुछ जीवाणु या फफूँद जब किसी रेसिमिक के तनु विलयन पर उगाए जाते हैं, तब ये एक प्रतिबिंब रूप को दूसरे की अपेक्षा शीघ्रता से नष्ट करते हैं।