| 41. | -प्रीतिमा वत्स संताली लोक समाज में शराब की कथा संताली लोक समाज में शराब के निर्माण को लेकर एक बहुत ही रोचक कथा है।
|
| 42. | -प्रीतिमा वत्स संताली लोक समाज में शराब की कथा संताली लोक समाज में शराब के निर्माण को लेकर एक बहुत ही रोचक कथा है।
|
| 43. | इनको पसंद किए जाने का प्रमुख कारण इसकी काव्य रचनाएँ थी, जिन्हें लोक समाज में “ दंगल ” के नाम से जाना जाता है।
|
| 44. | आप किसी भी लोक समाज के किसी भी जन से पूछिए-वह यही कहेगा कि पुस्तकों में लिखा है तो सच ही होगा ।
|
| 45. | सरहँग कहते हैं ऐसे पुरुष को जो अपने गुणों और कर्मों की लोक समाज द्वारा निरंतर सराहना और आदर किये जाने के कारण प्रभावशाली हो जाता है।
|
| 46. | सरहँग कहते हैं ऐसे पुरुष को जो अपने गुणों और कर्मों की लोक समाज द्वारा निरंतर सराहना और आदर किये जाने के कारण प्रभावशाली हो जाता है।
|
| 47. | वाद्यवादक व संगत करने वाले कलाकार रम्मत में स्वयं मनोरंजन का विशेष साधन बन जाते हैं और लोक समाज में इन वाजिन्दों साजिन्दों की बहुत इज्जत होती है।
|
| 48. | लोक समाज में ज्ञान का अर्थ होता है किसी भी अवसर के लिए एक उपयुक्त कहावत प्रदान करने की क्षमता, और फ्रैंकलिन के पाठक इसमें निपुण हो गए.
|
| 49. | लोक समाज में ज्ञान का अर्थ होता है किसी भी अवसर के लिए एक उपयुक्त कहावत प्रदान करने की क्षमता, और फ्रैंकलिन के पाठक इसमें निपुण हो गए.
|
| 50. | लोक समाज की एक और विशेषता है कि वह जो कुछ माँगता है लोक से ही माँगता है, किसी और के सामने हाथ फैलाने वह कभी नहीं जाता है।
|