| 41. | इस मजार के वाम भाग में पश्चिम दिशा को चढाई चढ़ते हुये पहाड़ के शिर भाग पर निर्मित चौथे परकोटे दरवाजे पर पहुँचते है।
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| 42. | अपितु सनत्कुमारों के माध्यम से बताया कि भगवान विष्णु ने अपने दक्षिण भाग से ब्रह्मा और वाम भाग से शिव को प्रकट किया था।
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| 43. | इस मजार के वाम भाग में पश्चिम दिशा को चढाई चढ़ते हुये पहाड़ के शिर भाग पर निर्मित चौथे परकोटे दरवाजे पर पहुँचते है।
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| 44. | इस मजार के वाम भाग में पश्चिम दिशा को चढाई चढ़ते हुये पहाड़ के शिर भाग पर निर्मित चौथे परकोटे दरवाजे पर पहुँचते है।
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| 45. | शास्त्रों में श्रीगणेश के वाम भाग में (बायीं ओर) सिद्धि और दक्षिण भाग में (दाहिनी तरफ) बुद्धि की संस्थितिबताई गई है।
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| 46. | नाभी के ऊपर भगवान श्री के विााल वक्षस्थल के वाम भाग में भृगुलता के चिन्ह तथा दाये भाग में श्री वत्स चिन्ह स्पस्ट दिखता है।
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| 47. | यज्ञ संपन्न करने जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक कार्यो के समय भी श्री राम ने माता सीता की स्वर्णमयी प्रतिमा को ही अपने वाम भाग में प्रतिष्ठित किया.
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| 48. | सिन्दूर का दान करते समय, द्विरागमन के समय, भोजन के समय, शयन व सेवा के समय पत्नी को सदैव वाम भाग में रहना चाहिए।
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| 49. | “और जैसे कि अनुकूल वायु तुम्हें धीरे-धीरे प्रेरित कर रहा है तथा गर्व से भरा यह पपीहा तुम्हारे वाम भाग में स्थित होकर मधुर शब्द कर रहा है।
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| 50. | इसलिए विवाह के अवसर पर कन्यादान, सात फेरे, लाजा होम के बाद पति के वाम भाग में बैठने के पूर्व कन्या अपने वर से सात वचन लेती है।
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