न्यूटनीय यांत्रिकी में जहां ऊर्जा और संवेग भिन्न भौतिक राशियाँ हैं विशिष्ट आपेक्षिकता में एक चतुर्सदिश का निर्माण करते हैं, और यह समय घटक (ऊर्जा घटक) को समष्टि घटक (संवेग) से सम्बंधित करता है।
42.
इसके अलावा उपरोक्त के सन्दर्भ-लोरेन्ज रूपांतरण को व्युत्पन्न करते हैं और विशिष्ट आपेक्षिकता की व्याख्या-तुल्यता (और क्रांतिक विचार) के लिए स्व आनुभविक तर्क देते हुए आइन्स्टीन ने भी कम से कम चार पेपर लिखे।
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न्यूटनीय यांत्रिकी गणितीय रूप से निम्न वेगों (प्रकाश के वेग की तुलना में) पर विशिष्ट आपेक्षिकता का पालन करती है-अतः न्यूटनीय यांत्रिकी को धीमे वेग वाली वस्तुओं की विशिष्ट आपेक्षिकता के रूप में देखा जाता है।
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न्यूटनीय यांत्रिकी गणितीय रूप से निम्न वेगों (प्रकाश के वेग की तुलना में) पर विशिष्ट आपेक्षिकता का पालन करती है-अतः न्यूटनीय यांत्रिकी को धीमे वेग वाली वस्तुओं की विशिष्ट आपेक्षिकता के रूप में देखा जाता है।
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मूल रूप से विशिष्ट आपेक्षिकता को “ दिक्-काल अन्तराल की निश्चरता ” (किन्हीं दो घटनाओं के मध्य चतुर्विम दुरी है) के रूप में देखा जाता है जब इसे “ किसी जड़त्वीय निर्देश तंत्र ” में देखा जाता है।
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विशिष्ट आपेक्षिकता, 2 5 हिन्दी ब्लॉगिंग का इतिहास, 3 5 महेंद्र भटनागर, 4 4 शाह अहमद नूरानी, 5 3 कबीर पंथ, 6 3 ताकि बचा रहे लोकतन्त्र, 7 3 चन्द्रशेखर कम्बार, 8 3 वॉलोन्गॉन्ग विश्वविद्य
47.
अपने मिन्कोसकी दिक्-काल में विशिष्ट आपेक्षिकता केवल उसी स्थिति में यर्थाथ है जब गुरुत्वीय विभव का निरपेक्ष मान अध्ययन के क्षेत्र में c 2 से बहुत कम हो [42] प्रबल गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र में, सामान्य आपेक्षिकता का उपयोग करना चाहिए।
48.
विशिष्ट आपेक्षिकता सिद्धांत के अनुसार प्रकाश का वेग c किसी परिकल्पना का वेग मात्र नहीं है जैसे विद्युतचुम्बकीय विकिरण (प्रकाश) का वेग बल्कि समष्टि व समय के एकीकरण का दिक्-काल (space-time) के रूप में करने के लिए एक मूलभूत लक्षण है।
49.
विशिष्ट आपेक्षिकता की व्युत्पत्ति न केवल उपरोक्त दो अभिगृहीतों पर है बल्कि समष्टि (दिक्) की समदैशिकता व समरूपता, छड़ मापन की स्वतंत्रता और अपने अतीत के इतिहास से घड़ियाँ (समय) सहित विभिन्न निहित परिकल्पनाओं (लगभग सभी भौतिक सिद्धान्तों में बनते हैं।) पर निर्भर करती है।
50.
विशिष्ट आपेक्षिकता, 2 5 हिन्दी ब्लॉगिंग का इतिहास, 3 5 महेंद्र भटनागर, 4 4 शाह अहमद नूरानी, 5 3 निहारी, 6 3 कबीर पंथ, 7 3 ताकि बचा रहे लोकतन्त्र, 8 3 चन्द्रशेखर कम्बार, 9 3 वॉलोन्गॉन्ग विश्वव