| 41. | उत्सर्जन के लिये वृक्क नामक दो विशेष अंग होते है।
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| 42. | वृक्क में जन्मजात असंगतियाँ सात प्रकार की हो सकती है:
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| 43. | यकृत, वृक्क और अन्य सभी ग्रंथियों की कार्य-क्षमता बढ़ाता है।
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| 44. | 6. 3 वृक्क या गुर्दों के रोग
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| 45. | उपवास के बाद वृक्क और यकृत बेहतर काम करते हैं।
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| 46. | गुर्दा या वृक्क शरीर का बहुत मँहगा और दुर्लभ अंग है।
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| 47. | वृक्क में तरुण (acute) अथवा जीर्ण (chronic) संक्रमण हो सकते हैं।
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| 48. | वृक्क तथा परिवृक्क फोड़े वृक्क संक्रमण के और भी उदाहरण हैं।
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| 49. | वृक्क तथा परिवृक्क फोड़े वृक्क संक्रमण के और भी उदाहरण हैं।
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| 50. | वृक्क तथा परिवृक्क फोड़े वृक्क संक्रमण के और भी उदाहरण हैं।
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