| 41. | लब पे शिकवा न ला अश्क़ पी ले
|
| 42. | करते हैं ख़लिश उनसे शिकवा वो समझ बैठे.
|
| 43. | मुझे कौन सा कोई गिला-शिकवा है।
|
| 44. | साहिलों के छूटने का शिकवा न हो कहीं
|
| 45. | क्यों “मुनिर” अपनी तबाही का ये कैसा शिकवा,
|
| 46. | शिकवा तो बस एक छेड़ है लेकिन हकीकतन,
|
| 47. | उनको अपने पति से कोई शिकवा नहीं है।
|
| 48. | तेरे बिना ज़िंदगी से कोई शिकवा तो नहीं
|
| 49. | ग़ैरों की बेवफाई का शिकवा करूँ तो क्या,
|
| 50. | साथ ताउम्र न दो तो कोइ शिकवा नहीं
|