पर यह बात उन सभ्य पुरुषो के लिए कोई खाश मायने नहीं रखती जो महिलाओ को सिर्फ बच्चा पैदा करने की मशीन समझते है, और अपनी कायर मर्दानगी पर ऐठते रहते है पर यह सभ्य पुरुष सिर्फ इतने से खुश नहीं है वो इस बच्चा पैदा करने वाली मशीन से सिर्फ अपने जैसे मर्दो की फौज चाहता है ताकि उसकी कायर मर्दानगी का खेल पीढियों तक चलता रहे है।
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एक बार वह एक गली से गुजर रही थी कि उसे एक सभ्य पुरुष आता हुआ दिखाई दिया | उस व्यक्ति ने किसी मित्र का पता उससे पूछा | परंतु बातों-बातों में डल्ला ने जान लिया कि वह एक धनी व्यापारी है और व्यापार के सिलसिले में कहीं बाहर जा रहा है | डल्ला ने स्वयं को उस मित्र की बहन के रूप में प्रस्तुत किया और पता बताने के बहाने गलियों में इधर-उधर घुमाने लगी |
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ये बात तब एक प्रश्नचिन्ह के साथ सामने आती है जब एक औरत अपने बच्चों को स्कूल से अपनी कार में लाते वक़्त ट्रैफिक सिग्नल के पास आगे पीछे खड़ी गाड़ियों में फंस जाती है और वहाँ से निकलने की कोशिश करती है तभी एक दो और गाड़ियों में सवार सभ्य पुरुष बजाए उस महिला की मदद करने के, आँखें दिखाते अपनी बड़ी गाड़ी से निकलते हुए बोलते हैं कि '' मैडम जब गाड़ी चलानी नहीं आती तो चलाते ही क्यों हो? आ जाती हैं न जाने कहाँ कहाँ से....