| 41. | कई प्राचीन मंदिर इस जिले के अंतर्गत आते हैं जिनमें से मुक्तेश्वर स्वामी को समर्पित मंदिर सबसे अद्भुत है।
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| 42. | केवलादेव नाम भगवान शिव को समर्पित मंदिर से लिए गया है जो इस उद्यान के बीच में स्थित है।
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| 43. | केवलादेव नाम भगवान शिव को समर्पित मंदिर से लिए गया है जो इस उद्यान के बीच में स्थित है।
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| 44. | संगम के समीप एक शिला पर कर्ण को समर्पित मंदिर स्थित है, जिसके नाम पर कर्णप्रयाग नाम पड़ा।
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| 45. | परिसर में राम भक्त हनुमान को समर्पित मंदिर भी है, जहां उनकी सुंदर और विशाल सिंदूर विलेपित प्रतिमा विराजित है।
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| 46. | परिसर में अन्य छोटे मंदिरों में भूमियाल देवता, राम, सीता एवं लक्ष्मण, भगवान शिव एवं पार्वती को समर्पित मंदिर शामिल हैं।
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| 47. | परिसर में अन्य छोटे मंदिरों में भूमियाल देवता, राम, सीता एवं लक्ष्मण, भगवान शिव एवं पार्वती को समर्पित मंदिर शामिल हैं।
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| 48. | यह भगवान विष्णु को समर्पित मंदिर है और वैष्णव समुदाय के १ ० ८ पवित्र तीर्थों में से एक है.
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| 49. | यहां नव ग्रहों वाला अर्थात्: सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, जूपिटर, शुक्र, शनि, राहू और केतू को समर्पित मंदिर भी है।
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| 50. | श्री Kalahasti एक प्राचीन मंदिर में भगवान शिव को समर्पित मंदिर है और Pancha Bhoota Stalams में से एक है.
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