उसके पूरब दिशा की ओर दस योजन दूर सुवर्णमुखी नामक श्रेष्ठ नदी है, जिसके उत्तर की ओर स्थित वृषभाचल नामक पर्वत के अग्रस्थान पर सरसी नामनी स्वामिपुष्कारिणी शोभती है ।
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-शिवमंगल सिंह सुमन चाँदनी जी लो शरद चाँदनी बरसी अँजुरी भर कर पी लो ऊँघ रहे हैं तारे सिहरी सरसी ओ प्रिय कुमुद ताकते अनझिप क्षण में तुम भी जी लो ।
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आज गोस्वामी तुलसीदास जी की जयंती है, उन्होंने अपने महान काव्य में कहा था,“ परहित सरसी धर्म नहीं भाई, पर पीड़ा सम नहीं अधमाई” अर्थात दूसरे के हित से बड़ा धर्म नहीं है ए...
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धरती की जलती साँसों ने मेरी साँसों में ताप भरा, सरसी की छाती दरकी तो कर घाव गई मुझपर गहरा, है नियति-प्रकृति की ऋतुओं में संबंध कहीं कुछ अनजाना, अब दिन बदले, घड़ियाँ बदलीं, साजन आए, सावन आया ।
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18 नवम्बर को सहरसा से अगवा हुए दीपक की ह्त्या कर लाश को पुर्णिया जिले के सरसी थाना के मझुआ गाँव के एक गड्ढे में फेंक दिया गया था जिसकी शिनाख्त कल मृतक के परिजनों ने सरसी जाकर की।
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18 नवम्बर को सहरसा से अगवा हुए दीपक की ह्त्या कर लाश को पुर्णिया जिले के सरसी थाना के मझुआ गाँव के एक गड्ढे में फेंक दिया गया था जिसकी शिनाख्त कल मृतक के परिजनों ने सरसी जाकर की।
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रुण्ड-मुण्ड माला या सुगंधित सुकोमल पुष्प माला के भेद में पड़े बिना सिर झुका लेने में ही भला है! खेतो में दूर-दूर तक फैली-पसरी स्निंग्ध सरसी सरसोंं ; मौर्याच्छादित आम्र कुंज ; काली मतवाली कोयलिया की कुहू..
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ज़ैदी ज़ाफर ' रज़ा ' ने भी सरसी छन्द (२ ७ मात्राएं, १ ६: ११) का उपयोग किया है: तंज़ के ज़हरामेज़ नुकीले, कांटों की क्या बात फूलों से भी हो जाते हैं, ज़ख़्मी अहसासात।
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जो खिला फूल है आँगन में सुरभित कर दे मधुवन सारा हर कण हो दीप्त ज्योत्सना से, औ बहे मधुर सरसी धारा अभिनव सोपानों के सम्बल ले जायें गगन के भाल तुम्हें तुम बनो सभी के मन नभ पर आशाओं का नव ध्रुव तारा
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जिन गांवों की भूमि का उपयोग होगा उनमें-टिकुराटोला, ओडारी बारा, पथरेही, सरसी, जमुनी, हिरवार, सकण्डी, रेडसा, घिनौची, तेंदुहा, बराबहेरा, उजराबरा, बिलकुड़ा, पपोंध, तुवरा, खंड़ेह एवं पवेह शामिल है।