| 41. | मानवीय प्रतिरक्षी अपूर्णता विषाणु एक अतिसूक्ष्म विषाणु हैं जिसकी वजह से उपार्जित प्रतिरक्षी अपूर्णता सहलक्षण हो सकता है।
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| 42. | यदि आप मानवीय प्रतिरक्षी अपूर्णता विषाणु संक्रमित या उपार्जित प्रतिरक्षी अपूर्णता सहलक्षण ग्रसित हैं तो रक्तदान कभी ना करें।
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| 43. | यदि आप मानवीय प्रतिरक्षी अपूर्णता विषाणु संक्रमित या उपार्जित प्रतिरक्षी अपूर्णता सहलक्षण ग्रसित हैं तो रक्तदान कभी ना करें।
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| 44. | बीमारी का पुनरावर्तन-कमी संबंधी उप स्वरूप आम तौर पर एक नैदानिक पृथक सहलक्षण (CIS) के साथ शुरू होता है.
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| 45. | उपार्जित प्रतिरक्षी अपूर्णता सहलक्षण के संक्रमण के तीन मुख्य कारण हैं-यौन द्वारा, रक्त द्वारा तथा माँ-शिशु संक्रमण द्वारा।
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| 46. | उपार्जित प्रतिरक्षी अपूर्णता सहलक्षण के संक्रमण के तीन मुख्य कारण हैं-यौन द्वारा, रक्त द्वारा तथा माँ-शिशु संक्रमण द्वारा।
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| 47. | उपार्जित प्रतिरक्षी अपूर्णता सहलक्षण वर्तमान युग की सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है यान के ये एक महामार है।
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| 48. | उपार्जित प्रतिरक्षी अपूर्णता सहलक्षण वर्तमान युग की सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है यान के ये एक महामार है।
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| 49. | उपार्जित प्रतिरक्षी अपूर्णता सहलक्षण वर्तमान युग की सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है यान के ये एक महामार है।
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| 50. | उपार्जित प्रतिरक्षी अपूर्णता सहलक्षण के संक्रमण के तीन मुख्य कारण हैं-यौन द्वारा, रक्त द्वारा तथा माँ-शिशु संक्रमण द्वारा।
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