आय का हिस्सा, भाग या अंश 3. पंखुड़ी ; दल 4. भंग 5. धातु आदि का कटा छोटा धारदार टुकड़ा ; (ब्लेड) 6. व्यवसाय, रोज़गार आदि में होने वाला साझे का अंश ; भाग 7. ताश का कोई पत्ता।
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पानी की कमी पर काबू पाने के लिए स्थानीय समुदायों को भी जलनीति बनाने में शामिल करने और पानी को एक उपभोक्ता माल के बजाय साझे का, प्राकृतिक संसाधन मानने की पर्यावरण से जुड़े समूहों की दलीलों को अनदेखा करते हुए भारत की राष्ट्रीय जल नीति 2002 घोषित कर दी गई थी।
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पिताजी दरअसल न गुस्सा दिखा रहे थे और न मेरी हँसी उड़ा रहे थे, बल्कि मुझे तथा अन्य बच्चों को यह सबक दे रहे थे कि कोई भी काम करते समय उसी पर ध्यान केन्द्रित करना जरूरी है और यह कि जो काम साझे का है, उसमें एक-दूसरे के साथ सामंजस्य बिठाना जरूरी है।
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हम उन सचाइयों और वास्तविकताओं से जी चुराते, अक्सर इसी भरम में जीते हैं कि उस सचाई या वास्तविकता का वह बुरा असर शायद हम पर उतना नहीं है, या होगा, कि सीधे सीधे औरों से जुड़कर उसका सामना किया जाये, अथवा उस प्रयत्न में लगे लोगों से आत्मिक संवाद या साझे का कोई रिश् ता रखा जाये.
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कुछ अनकही साझे का वादा तुमने कहा था-कि साझा ह्रै सब कुछ बांट लो मुझसे अपनी पीड़ा और सपने मैं रखूंगा तुम्हारे दर्द पर प्यार के फाहे-और दूंगा तुम्हारे सपनों को पंख मगर कहां तुम अपनी जुबां की लाज रख पाए मेरे दर्द को और कुरेदा तुमने उड़ने से पहले ही पंख कतर डाले ये कैसा साझे का वादा था-जो तुमने निभाया और हमने पाया।
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कुछ अनकही साझे का वादा तुमने कहा था-कि साझा ह्रै सब कुछ बांट लो मुझसे अपनी पीड़ा और सपने मैं रखूंगा तुम्हारे दर्द पर प्यार के फाहे-और दूंगा तुम्हारे सपनों को पंख मगर कहां तुम अपनी जुबां की लाज रख पाए मेरे दर्द को और कुरेदा तुमने उड़ने से पहले ही पंख कतर डाले ये कैसा साझे का वादा था-जो तुमने निभाया और हमने पाया।
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नहीं, अन्त वहाँ पुल पर नहीं था ; अन्त यह था जो कि नया आरम्भ था-अन्धी गली वह नहीं थी, मोड़ का कोई सवाल ही नहीं था क्योंकि रास्ता ही नहीं था क्योंकि यह आरम्भ तो खुला आकाश था, जिनमें से एक नया जीवन उपजा-एक नया अनुभव एक नई गृहस्थी, तीन सन्तान, सुख-दुख के साझे का एक जाल जिसमें जीवन की अर्थवत्ता के न जाने कितने पंछी उन्होंने पकड़े...