| 41. | दीवानी और फौजदारी मामलों में यह प्रश्न कि किस विवाद्यक को साबित करने का भार किस पक्ष पर होगा?
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| 42. | उक्त तथ्य को साबित करने का भार प्रत्यर्थी का था, जो कि उसके द्वारा सिद्ध नहीं किया गया है।
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| 43. | प्रस्तुत वाद बिन्दु विपक्षी सं0-2 के कथनानुसार बनाए गए हैं, जिन्हें साबित करने का भार विपक्षी सं0-2 पर था।
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| 44. | प्रस्तुत वाद बिन्दु विपक्षी सं0-3 के कथनानुसार बनाए गए हैं, जिन्हें साबित करने का भार विपक्षी सं0-3 पर था।
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| 45. | प्रस्तुत वाद बिन्दु विपक्षी सं0-3 के कथनानुसार बनाए गए हैं, जिन्हें साबित करने का भार विपक्षी सं0-3 पर है।
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| 46. | प्रस्तुत वाद बिन्दु विपक्षी सं0-3 के कथनानुसार बनाया गया हैं, जिसे साबित करने का भार विपक्षी सं0-3 पर था।
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| 47. | प्रस्तुत वाद बिन्दु विपक्षी सं0-3 के कथनानुसार बनाये गये हैं, जिन्हें साबित करने का भार विपक्षी सं0-3 पर था।
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| 48. | प्रस्तुत वाद बिन्दु विपक्षी सं0-4 के कथनानुसार बनाए गए हैं, जिन्हें साबित करने का भार विपक्षी सं0-4 पर है।
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| 49. | प्रस्तुत वाद बिन्दु विपक्षी सं0-4 के कथनानुसार बनाया गया हैं, जिसे साबित करने का भार विपक्षी सं0-4 पर था।
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| 50. | यह वाद बिन्दु प्रतिवादी के अभिवचनों पर आधारित है जिसे मूलवाद सं0-1170 / 1996 साबित करने का भार प्रतिवादी पर है।
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