जैसे महान निर्माताओं के रूप में के रूप में अच्छी तरह से सामाजिक लोकतंत्र के प्रतीक के रूप में सबसे करने के लिए जाना जाता है.
42.
प्रारंभिक सामाजिक लोकतंत्र सिद्धांततः यूरोपीय के एक युद्ध Hegemonialmächte करने या सहयोग करने के लिए कम से कम नहीं को रोकने के लिए प्रतिबद्ध था.
43.
बाबासाहेब अंबेडकर ने चेतावनी दी थी कि राजनीतिक लोकतंत्र तब तक जीवित नहीं रह सकता, जबतक कि भारत में सामाजिक लोकतंत्र की स्थापना नहीं हो जाती.
44.
सामाजिक लोकतंत्र का क्या अर्थ है? इसका अर्थ है जीवन की वह राह जो स्वाधीनत, समानता एवं भ्रातृत्व को जीवन के सिध्दांन्त के रूप में मान्यता दे।
45.
द्विज वर्ग की सामाजिक प्रभुता ज्यों की त्यों बनी रही और समाज में ऊँच-नीच की भावना और जातिगत कारक जैसे तत्व यथावत् बने रहे जिससे सामाजिक लोकतंत्र स्थापित नहीं हो सका।
46.
कुछ यह मानकर कि आर्थिक आत्मनिर्भरता सामाजिक लोकतंत्र का स्वप्न सच करने में भी सहायक होगी, विद्वतजन समाज में पूंजी के बढ़ते प्रभाव और उसके निरंकुश व्यवहार की ओर से आंखें मूंदे रहे.
47.
संविधान के चतुर्थ भाग में सन्निहित राज्य के नीति निदेशक सिद्धांतों, में संविधान की प्रस्तावना में प्रस्तावित आर्थिक और सामाजिक लोकतंत्र की स्थापना हेतु मार्गदर्शन के लिए राज्य को निदेश दिए गए हैं.
48.
सामाजिक लोकतंत्र और न्याय के त्रिआयामी (राजनितिक, आर्थिक और सामाजिक) संकल्पना की स्थापना करने वाले संविधान के तले ग़रीबी और अरबपति दोनों विडम्बनात्मक रूप से असाधारण प्रगति कर रहे है।
49.
सामाजिक लोकतंत्र का क्या अर्थ है? इसका अर्थ है एक ऐसा जीवन जीने का ढंग जो जीवन के आधारभूत सिद्धांतों के रूप में स्वतंत्रता, समानता और बन्धुता को स्वीकार करता हो।
50.
संविधान के चतुर्थ भाग में सन्निहित राज्य के नीति निदेशक सिद्धांतों, में संविधान की प्रस्तावना में प्रस्तावित आर्थिक और सामाजिक लोकतंत्र की स्थापना हेतु मार्गदर्शन के लिए राज्य को निदेश दिए गए हैं.