परिणाम स्वरूप छठव्रत पर्व पर ५ १ ०० साधकों से मंत्रलेखन कराने, सन् २ ० १ ४ में १ ० ८ पंच कुण्डीय गायत्री यज्ञ कराने, ७ तालाबों की सफाई कराने, २ रक्तदान शिविर आयोजित करने और भारतीय संस्कृति को अधिक लोकप्रिय व प्रभावशाली बनाने के सामूहिक संकल्प लिये गये।
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तो सामूहिक सत्ता की चेतना से ईश्वर प्रगट होता है … … सामूहिक संकल्प से नारायण प्रगट हुये … देवताओं ने प्रार्थना की कि मोह रूपी रावण … मोह बोलते उलटे ज्ञान को … वास्तव में जो है वो नहीं मानते और जो नहीं है उस को मैं मानना इस को मोह बोलते …
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बैठक में फैसला लिया गया कि 10 मार्च को सभी गांवों से लगभग 10 हजार लोग अमवार में इकट्ठा होंगे (जहां पर प्रस्तावित बांध का पत्थर लगाया गया है) वहां पर संघर्ष जारी रखने का सामूहिक संकल्प लिया जायेगा, सभी रात में यहीं पर रूकेंगे तथा जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करने के लिए सभी के सभी 10 हजार लोग पैदल मार्च शुरू करेंगे और 4 दिन पैदल मार्च करके 15 मार्च 2011 को जिलाधिकारी का घेराव करके इस परियोजना का विरोध करेंगे।