| 41. | बृजमोहन जब घर पहुंचा तो उसकी पत्नी को सिंगारदान भा गया।
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| 42. | फिर नानी और उसकी मां भी इसी सिंगारदान के सामने बन-
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| 43. | फूलदार टिन के बक्से पर धरा सिंगारदान सोया चुपचाप और सिंदूरदान सोया.
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| 44. | सिंगारदान के सामने वह खडी हुई तो उसका आंचल ढलक गया ।
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| 45. | यह मूरूसी सिंगारदान था जिसमें उसकी परनानी अपना अक्स देखती होगी,
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| 46. | बृजमोहन जब घर पहुंचा तो उसकी पत्नी को सिंगारदान भा गया ।
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| 47. | बृजमोहन जब सिंगारदान लेकर उतरने लगा था उसके पांव से लिपट कर गिडग़िडाने
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| 48. | यह कहकर गोपा भीतर गयी और एक सिंगारदान लाकर उसके अंदर के आभूषण
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| 49. | बृजमोहन ने भी सिंगारदान में झांका तो उसे अपना अक्स मुकम्मल और आकर्षक
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| 50. | यकीनन यह मूरूसी सिंगारदान था जिसमें उसकी परनानी अपना अक्स देखती होगी,
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