अत्याधुनिक उपकरणों तथा प्रशिक्षित कार्मिकों से लैस केमृसाअशा, मौजूदा हाइड्रोलिक तथा अन्य सिविल इंजीनियरी संरचनाओं के सुरक्षा मूल्यांकन के अतिरिक्त, बांधों, पुलों, बहुमंजिला इमारतों, नाभिकीय तथा तापीय शक्ति केन्द्रों के अन्वेषण का कोई भी चुनौतीपूर्ण कार्य कर सकती है।
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संस्थान में १३ विभाग हैं तथा यह कैमिकल तथा बायो-इंजीनियरी, सिविल इंजीनियरी (स्ट्रक्चरल इंजीनियरी तथा निर्माण प्रबंधन)कम्प्यूटर विज्ञान तथा इंजीनियरी, इलैक्ट्रॉनिक्स तथा संचार इंजीनियरी, औद्योगिकी इंजीनियरी, इन्स्ट्रूमेंटेशन और नियंत्रण इंजीनियरी, चमड़ा प्रौद्योगिकी, यांत्रिकी इंजीनियरी, मैकेनिकल मशीन डिजाईन तथा आटोमेशन), चीनी तथा कपड़ा प्रौद्योगिकी जैसे विषयों में चार-वर्षीय अवर-स्नातक पाठयक्रम संचालित करता है।
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डॉ. एस. गंगोपाध्याय, निदेशक केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान ने इंजीनियरी स्नातक (सिविल इंजीनियरी) कलकता विश्वविद्यालय से ; प्रौद्योगिकी निष्णात (एम टैक) (ट्रांसपोटर्ेशन सिस्टम इंजीनियरी) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर और एम एससी ई एवं पीएचडी राष्ट्रमंडल छात्रवृति योजना के अंतर्गत न्यू ब्रूनस्विक विश्वविद्यालय, कनाडा से की है।