प्रयोगशाला की विधियों में समय-समय पर परिवर्तन होते रहे हैं, अत: कम मात्रा में पदार्थ लेकर काम करने के लिए सूक्ष्म उपकरणों का, जैसे सूक्ष्म बीकर, सूक्ष्म ब्यूरेट, सूक्ष्ममापी तुला आदि का प्रयोग होने लगा है, जिनकी सहायता से हम कुछ मिलिग्राम पदार्थ से अनेक क्रियाएँ कर सकते हैं।