रेगिस्तान के सुधार पर होने वाले अनुसंधान कमजोर मिट्टी के संरक्षण के लिए उचित फसल आवर्तन तलाश करने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, यह समझने के लिए कि स्थानीय वातावरण में रेत को ज़माने वाले पौधों को कैसे अनुकूलित किया जा सकता है, और अधिक चराई से कैसे निपटा जा सकता है हवाई मार्ग से वितरित पुनः-वनरोपण और कटाव नियंत्रण पद्धति रेगिस्तान स्थिरीकरण और पुनः नवीकरण युक्त ऊर्जा के संयोजन का एक प्रस्ताव है.
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उन्होंने कहा कि अगर गाईड लोगों को पारिस्थितिकी पर्यटन की गहन व सही रूप से जानकारी नही देता है, तो लोगों को कभी यह मालूम नहीं होगा कि एक रास्ते पर पारिस्थितिकी की स्थिति कैसी है ? नदी में पानी स्थानीय वातावरण के संरक्षण के लिए क्यों बहुत महत्वपूर्ण है ? इसलिए मानव जाति व प्राकृतिक वातावरण व संस्कृति के बीच संपर्क के लिए गाईड का काम जरूरी है, जिससे लोगों को संरक्षण क्षेत्र का मूल्य व अस्तित्व की आवश्यकताएं मालूम हो सकती हैं।
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23 अगस्त 2006 को आई भंयकर बाढ ने बाड़मेर जिले के कवास गॉव को र्बबाद कर दिया मरुस्थलीय प्रदेच्च की विषम परिस्थितियो एवं स्थानीय वातावरण के आंच्चिक प्रोत्साहन के बावजुद लोगों की मदद व सेवा करना बडा ही कठिन हैं ऐसी परिस्थितियों में भी पारस बनकर निःस्वार्थ भाव से सेवा कर रहे हैं मयूर ग्रामीण विकास संस्थान ने कवास गॉव के वांच्चिदों को कई जगह पर राहत सामग्री पहुचाई व ग्रामिणो के रहने के लिये टेंट व भोजन सामग्री एवं कम्बल कि व्यवस्था उपलब्ध करवाई ।