| 41. | 30 अगस्त को नरहीं के थानेदार ने बहरे हलवाहा श्री षिव दहिन मल्लाह (दरियापुर) को गोली मार दिया।
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| 42. | रेणु का हलवाहा कह लीजिए, चरवाहा कह लीजिए या फिर गाड़ीवान कह लीजिए, असली नाम था कुसुमला ल.
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| 43. | एक हलवाहा दातादीन से कह रहा था-मालिक तुम्हें ऐसी बात न कहनी चाहिए, जो आदमी को लग जाय।
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| 44. | अर्थात्-‘‘ मन को हलवाहा बनाओ, कार्य करने को हल चलाना समझो, श्रम को पानी और शरीर को खेत बनाओ।
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| 45. | कहानी के मुख्य पात्र जीवानंद के सामने दुविधा ये है कि वह या तो ज़मीन बेच दे या स्वयं हलवाहा बन जाए।
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| 46. | नवल जी अपने हलवाहे पर तो लिख सकते हैं, लेकिन सची-मुची हलवाहा बन कर लिखें तो लेखन का पता चल जाएगा।
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| 47. | हलवाहा उन सजे-धजे बैलों की जोड़ी लेकर गाँव के ऐसे घरों के दरवाजे पर भी जाता है जहाँ बैल नहीं पाले गये होते हैं।
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| 48. | हलवाहा उन सजे-धजे बैलों की जोड़ी लेकर गाँव के ऐसे घरों के दरवाजे पर भी जाता है जहाँ बैल नहीं पाले गये होते हैं।
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| 49. | संज्ञा पुं० [हिं० जिता] वह हलवाहा जिसे वेतन वा मजदूरी नहीं दी जाती बल्कि खेत जोतने के लिये हल बैल दिए जाते हैं ।
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| 50. | एक ही मुकदमें में गांव के रर्इस से लेकर गरीब, मजदूर, किसान, हलवाहा, चरवाहा, सभी को मुलजिम बनाया गया था।
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