(4) ऐल्किन समूहों का समावयवीकरण-इस क्रिया के अंतर्गत प्राथमिक ऐल्किल हैलाइड द्वितीयक में तथा द्वितीयक तृतीयक में परिवर्तित हो जाते हैं, अत: चाहे प्रोपाइल क्लोराइड लें या आइसोप्रोपाइल क्लोराइड, इन क्रियाओं के फलस्वरूप आइसोप्रोपाइल बेंज़ीन ही प्राप्त होगा।
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(4) ऐल्किन समूहों का समावयवीकरण-इस क्रिया के अंतर्गत प्राथमिक ऐल्किल हैलाइड द्वितीयक में तथा द्वितीयक तृतीयक में परिवर्तित हो जाते हैं, अत: चाहे प्रोपाइल क्लोराइड लें या आइसोप्रोपाइल क्लोराइड, इन क्रियाओं के फलस्वरूप आइसोप्रोपाइल बेंज़ीन ही प्राप्त होगा।
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(क) ऐल्किल हैलाइड के शुष्क ईथर में सोडियम या जस्ते से क्रिया करने से, (ख) ऐल्किल हैलाइड को जस्ता-ताँबा या ऐल्यूमिनियम-पारा युग्मक और एथेनॉल (ethanol) के साथ अपचयन से तथा (ग) ऐल्किल हैलाइड को बंद नलियों में हाइड्रियॉडिक अम्ल और लाल फास्पोरस के साथ गरम करने से।
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(क) ऐल्किल हैलाइड के शुष्क ईथर में सोडियम या जस्ते से क्रिया करने से, (ख) ऐल्किल हैलाइड को जस्ता-ताँबा या ऐल्यूमिनियम-पारा युग्मक और एथेनॉल (ethanol) के साथ अपचयन से तथा (ग) ऐल्किल हैलाइड को बंद नलियों में हाइड्रियॉडिक अम्ल और लाल फास्पोरस के साथ गरम करने से।
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(क) ऐल्किल हैलाइड के शुष्क ईथर में सोडियम या जस्ते से क्रिया करने से, (ख) ऐल्किल हैलाइड को जस्ता-ताँबा या ऐल्यूमिनियम-पारा युग्मक और एथेनॉल (ethanol) के साथ अपचयन से तथा (ग) ऐल्किल हैलाइड को बंद नलियों में हाइड्रियॉडिक अम्ल और लाल फास्पोरस के साथ गरम करने से।