| 1. | " तभी से बुलाकी ने दूल्हे का अँगरखा नहीं उतारा.
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| 2. | या अँगरखा और धोती पुरुषों का पहनावा
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| 3. | इसके बाद वे धोती, अँगरखा और साफा पहनने लगे ।
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| 4. | वह चारतनी वाला अँगरखा है जो
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| 5. | अँगरखा और चुनावदार पैजामा कमर में लटकती हुई तलवार और गर्दन में
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| 6. | हर शख़्स का सद-चाक-लबादा* तो नहीं था सौ जगह से फ़टा अँगरखा
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| 7. | अँगरखा, सिर पर खादीका लम्बा फेंटा और कन्धे पर खादीका दुपट्टा-यही उन
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| 8. | " " अब अँगरखा जो पहना है बुलाकीराम, तो इसे तभी उतारना जब बहू घर आ जायेगी.
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| 9. | वही अँगरखा पहने, झूमता, लँगड़ाता, लाठी पटपटाता चला आ रहा था. उसे पहचानते ही मतीराम हँसकर बोला, "बुलाकीराम है.
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| 10. | बुलाकी ने सचमुच मन ही मन शपथ ले रखी थीकि तभी अपना यह अँगरखा उतारूँगा जब बसन्ती घर पर आ जायेगी.
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