हमारे शरीर की उत्पादकता अखिल भारतीय औसत से ज्यादा है।
2.
फिर भी बिहार का अखिल भारतीय औसत काफी ज्यादा हैं।
3.
हमारे शरीर की उत्पादकता अखिल भारतीय औसत से ज्यादा है।
4.
बिहार में शिशु मृत्यु दर अखिल भारतीय औसत के मुकाबले काफी कम है।
5.
इसी प्रकार अस्पताल मेंबिस्तरों के मामले में भी बिहार अखिल भारतीय औसत से बहुत पीछे है.
6.
ज्यादातर शहरों में सूचकांक 104 अंक रहा इसलिए इसका अखिल भारतीय औसत में भी 104 अंक ही रहा।
7.
असम में आलोच्य अवधि में सभी समुदायों की जनसंख्या वृद्धि दर अखिल भारतीय औसत से कम यानी 82 फीसदी रही।
8.
संभवत: हम पिछले वर्ष के स्तर को हासिल नहीं कर पाएंगे लेकिन निश्चित तौर पर यह अखिल भारतीय औसत से बेहतर होगा।
9.
सूखा-प्रवण जिलों में फसल के अधीन कुल क्षेत्र में से लगभग २३. २३% क्षेत्र सिंचित है जबकि इस आशय का अखिल भारतीय औसत ३०.१५% है।
10.
उर्वरकों का अखिल भारतीय औसत खपत स्तर वर्ष 2005-06 में 104. 5 किलो ग्राम प्रति हेक्टेयर से बढ़ कर 2006-07 में 112.76 किलो ग्राम प्रति हेक्टेयर हो गया है।