| 1. | ÷÷मैं अदेह कल्पना, मुझे तुम देह मान बैठे हो:
|
| 2. | देह ग्रहण करने पर भी तुम रहीं अदेह विभा सी।
|
| 3. | उन्होंने स्पष्ट किया, ‘‘ हम अदेह राजनीति के धर्मवीर नहीं हैं।
|
| 4. | यह ÷ अदेह विभा ' भारतीय पुरुष अध्यात्म का ध्येय रही है।
|
| 5. | देह धारण करने के बावजूद उनकी उर्वशी ÷ अदेह ' का ही गुणगान करती रही।
|
| 6. | ÷ अदेह विभा ' की चमक बिखेरने के लिए देह का तिरस्कार नहीं, बल्कि स्वीकार है।
|
| 7. | तब तुम हवा में अदेह सी चलती हुई जाओगी और अपनी चिता के पास ठिठककर कहोगी-प्रे म.
|
| 8. | और करूँगी क्या कहकर मैं शमित कुतुहल को भी? मैं अदेह कल्पना, मुझे तुम देह मान बैठे हो;
|
| 9. | छिपा नहीं देवत्व, रंच भर भी, इस मर्त्य-वसन में देह ग्रहण कर्ने पर भी तुम रही अदेह विभा-सी.
|
| 10. | दिनकर की काव्य भाषा भी देह के साथ उतनी सहज नहीं, जितनी कि ÷ अदेह ' के साथ।
|