| 1. | मातृ प्रेम ही सत्य है, अक्षयहै, अनश्वर है.
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| 2. | वह अनश्वर राम ऐसा है की उस की
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| 3. | अनश्वर हूँ मैं जानता, सत चित हूँ आनन्द।
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| 4. | मातृ-प्रेम ही सत्य है, अक्षय है, अनश्वर है।
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| 5. | कीर्ति मेरी भी जगत में हो अनश्वर!
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| 6. | हुए स्वयं कलाजगत के अनश्वर नागरिक हो चुके हैं।
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| 7. | अकृतक त्रैलोक्य अर्थात जो नश्वर नहीं है अनश्वर है।
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| 8. | सूफ़ी दर्शन-2 वाजिबुल वुजूद अल्लाह अजन्मा और अनश्वर है।
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| 9. | कलाजगत के अनश्वर नागरिक हो चुके हैं।
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| 10. | पृथ्वी आकाश के अनश्वर संगीत में तरंगित
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