| 1. | इस प्रकार अनेकार्थता बिल्कुल स्पष्ट है और बेहतर
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| 2. | भाषा की अनेकार्थता पैदा हो जाती है।
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| 3. | यहाँ अनेकार्थता के लिए विभिन्न परीक्षण हैं।
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| 4. | वहाँ अनेकार्थता दो प्रकार की है, शाब्दिक और संरचनात्मक।
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| 5. | उसमें श्लेष व् अनेकार्थता होती है.
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| 6. | अनेकार्थता शाब्दिक और संरचनात्मक आधार दोनों में हो सकती है,
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| 7. | कभी-कभी, तथापि, अनेकार्थता सोद्देश्य है, जैसे
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| 8. | मसलन कबीर की कविता की अनेकार्थता समय के साथ बदलती गयी.
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| 9. | मसलन कबीर की कविता की अनेकार्थता समय के साथ बदलती गयी.
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| 10. | अनेकार्थता इस स्तर पर ऐसी एकायामिता का प्रतिकार भी हो सकती है.
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