| 1. | अर्थात् अन्वित ही अन्वय में निमित्त होता है।
|
| 2. | अर्थात् अन्वित ही अन्वय में निमित्त होता है।
|
| 3. | अन्वय-श्लोक लगभग अन्वित क्रम में है।
|
| 4. | अर्थात् अन्वित ही अन्वय में निमित्त होता है।
|
| 5. | 7. समुच्चयबोधक-भेद, अन्वित शब्द, वाक्यांश या वाक्य।
|
| 6. | 7. समुच्चयबोधक-भेद, अन्वित शब्द, वाक्यांश या वाक्य।
|
| 7. | गिरदा अन्वित को बहुत सारा आशीर्वाद देते।
|
| 8. | उपादान लक्षणा-वाक्यार्थ में अंगरूप से अन्वित मुख्यार्थ जहाँ अन्य
|
| 9. | यह श्लोक भी अन्वित क्रम में है।
|
| 10. | त्रिगुणात्मक विश्व त्रिगुण-स्वभाव से अन्वित है:
|