| 1. | परम्परा के अनुसार वेद नित्य और अपौरुषेय हैं।
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| 2. | वेदों को ' अपौरुषेय शब्द' से भी कहते हैं।
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| 3. | इसी लिए वेदों को अपौरुषेय माना गया है।
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| 4. | सनातन धर्मी और मानवकृत नहीं, अपौरुषेय हैं।
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| 5. | मूल चारों वेद संहिताएँ-अपौरुषेय हैं.
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| 6. | इसी लिए वेदों को अपौरुषेय माना गया है।
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| 7. | वेद अपौरुषेय है, दिव्य दृष्टि के दाता हैं।
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| 8. | वेदों को ' अपौरुषेय शब्द' से भी कहते हैं।
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| 9. | किन्तु अपौरुषेयवेदवाक्य स्वतः प्रमाण है; नित्य और अपौरुषेय है.
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| 10. | और इसी लिए वेद अपौरुषेय हे.
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