| 1. | उत्तर भारत में चित्रपक्षीय अयनांश प्रयुक्त होता है।
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| 2. | अत: अयनांश हमारे पंचांग की महत्वपूर्ण समस्या है।
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| 3. | [संपादित करें] पृथ्वी का अक्ष अयनांश
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| 4. | में अयनांश शून्य मानकर निरयन ग्रह गणना निर्देशित है।
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| 5. | दोनों पंचांगों में चित्रापक्षीय अयनांश ग्रहण किया गया है।
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| 6. | ऐसा अयनांश की वृद्धि के कारण हो रहा है।
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| 7. | इस पंचांग में केतकी चित्रपक्षीय अयनांश का प्रयोग होता है।
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| 8. | ये लग्न सारणियां 24 अंश अयनांश पर बनी हुई हैं।
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| 9. | पृथ्वी का अक्ष अयनांश [संपादित करें]
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| 10. | जैसे मार्त्तण्ड पंचांग में धनून-संस्कार-संस्कृत चित्रपक्षीय अयनांश प्रयुक्त होता है।
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