| 1. | कृष्ण अयस लोहे को कहा जाता था।
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| 2. | समय दाह पिघला अयस ठहरा हुआ
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| 3. | वैदिक साहित्य में ” अयस ' धातु का उल्लेख हुआ है।
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| 4. | 23-ऋग्वेद में केवल एक ही धातु अयस का वर्णन है।
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| 5. | ऋग्वेद में उल्लेखित धातुओं में सर्वप्रथम धातू, अयस (ताँबा या कांसा) था।
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| 6. | ऋग्वेद में अयस (लोहा) एवं हिरण्य (सोना) और यजुर्वेद में इनके अतिरिक्त तॉंबा (
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| 7. | धातु एवं सिक्के: ऋग्वेद में उल्लेखित धातुओं में सर्वप्रथम धातू, अयस (ताँबा या कांसा) था।
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| 8. | संस्कृत में अयस का अर्थ है लोहा तथा अयोमुख एसा पर्वत प्रतीत होता है जिसके मुख में लोहा हो।
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| 9. | धातू एवं सिक्के: ऋग्वेद में उल्लेखित धातुओं में सर्वप्रथम धातू, अयस (ताँबा या कांसा) था।
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| 10. | उर्वशी सो तो मैं आ गयी, किन्तु, यह वैसा ही आना है, अयस्कांत ले खींच अयस को जैसे निज बाहों में.
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