| 1. | जैन-दर्शन दैव एवं पुरुषार्थ में अविरोध स्थापित करताहै.
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| 2. | भाव के साथ जो विरोध अविरोध ऊपर कहा
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| 3. | उसके जीवन में सरस्वती और लक्ष्मी का अविरोध था।
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| 4. | उसके जीवन में सरस्वती और लक्ष्मी का अविरोध था।
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| 5. | एक ताल, एक लय, मेल, अनुरूपता, अविरोध
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| 6. | उसके जीवन में सरस्वती और लक्ष्मी का अविरोध था।
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| 7. | ब्राज़ील और तुर्की ने पाबंदियों क अविरोध किया.
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| 8. | उसके जीवन में सरस्वती और लक्ष्मी का अविरोध था।
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| 9. | अनुभव में “ आंतरिक अविरोध ” सत्य की कसौटी है।
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| 10. | दूसरा है, अविरोध अध् याय।
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