| 1. | माया से ढका रस ही अव्यय मन है।
|
| 2. | नरेश्वर! मैं ही अव्यय एवं आनन्दस्वरूप परब्रह्म हूँ।
|
| 3. | आश्रर्य-सूचक अव्यय, अरे अहो, दूर से पुकारना, ललकारना
|
| 4. | हुआ, मुझ अव्यय और परम को नहीं जानता।
|
| 5. | ष्ण बोले-इस अव्यय योग को ।
|
| 6. | संस्कृत में अपि अव्यय है जिसका मतलब है-भी।
|
| 7. | इस अव्यय योग को मैने विवस्वान को बताया।
|
| 8. | अव्यय / संबोधन) अजी (पत्नी पति को ऐसे पुकारती है)
|
| 9. | सृष्टि की शुरूआत आवरण से-अव्यय पुरूष रूप।
|
| 10. | तिडंन (आख्यात), सुबंत (नामपद) और अव्यय हैं ।
|