| 1. | द्रविड़ सौन्दर्य-धारा का भी आपने आश्लेषण किया।
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| 2. | बहुत-से स्त्री-पुरुष-युग्म आश्लेषण कर रहे थे... पर...
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| 3. | समस्त विक्षेप अल्पांतरियों के आश्लेषण समतल कक्षा 3 का एक शंकु (कोन) बनाते हैं।
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| 4. | समस्त विक्षेप अल्पांतरियों के आश्लेषण समतल कक्षा 3 का एक शंकु (कोन) बनाते हैं।
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| 5. | पश्चिमी और पूर्वी नहीं, द्रविड़ सौन्दर्य-धारा का भी आपने आश्लेषण किया।
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| 6. | यह किशोरों का अधीर, उष्ण श्वासों की निकटता से भरा आश्लेषण का स्पर्शारम्भ नहीं है ;
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| 7. | जाल के वक्रों के बिंदु मू पर के आश्लेषण समतलों की प्रतिच्छेद रेखा जाल का अक्ष होती है।
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| 8. | जाल के वक्रों के बिंदु मू पर के आश्लेषण समतलों की प्रतिच्छेद रेखा जाल का अक्ष होती है।
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| 9. | एक संयोजक है ; फूलों से भंवरों का मिलन, विटप से लता का आश्लेषण, रात्रि से अन्धकार का प्रणय आदि में....
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| 10. | उक्त वक्र तल पृ का एक ऐसा वक्र होता है, जिसके प्रत्येक बिंदु का आश्लेषण समतल उस बिंदु की सर्वागसमता रेखा (लाइन ऑव कॉनग्रुएँस) के मध्य से जाता है।
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