| 1. | समवकार 7. वीथी, 8. डिम, और 10. ईहामृग
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| 2. | रिश्तों की गहराइयों को नापता ' ईहामृग ' ।
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| 3. | हिंदी में ईहामृग का उदाहरण नहीं मिलता।
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| 4. | सम्पूर्णता की तलाश में बेचैनी लिए ' ईहामृग ' ।
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| 5. | ईहामृग (नाटक) के लिये सेठ गोविन्द दास सम्मान, 2003 ।
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| 6. | ईहामृग रूपक का एक भेद है।
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| 7. | ऐसा ही एक आलेख है मीरा कांत लिखित ' ईहामृग ' ।
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| 8. | सत्य और मिथ्या के बीच नारी मन की अन्तर्व्यथा ' ईहामृग ' ।
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| 9. | धनंजय के अनुसार ईहामृग का कथानक मिश्रित (कुछ ऐतिहासिक और कुछ उत्पाद्य) होता है।
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| 10. | ईहामृग के पृष्ठाधार के ताने-बाने को इतिहास के सहारे बुनने क प्रयत्न किया गया है।
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