| 1. | विभाव के दो प्रकार आलंबन व उद्दीपन हैं।
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| 2. | स्वाद और गंध के उद्दीपन को अधःश्वेतक (
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| 3. | उद्दीपन विभाव प्रत्येक रस के अपने होते हैं।
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| 4. | मनोविकारों के उद्दीपन द्वारा कैकेयी में उत्पन्न की।
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| 5. | चित्त चोरन चेटक सी बतियां उद्दीपन विभाव हैं।
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| 6. | उल्लेख मात्र उद्दीपन की दृष्टि से किया है।
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| 7. | इससे प्राण शक्ति और जठराग्नि का उद्दीपन होगा।
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| 8. | इस दृष्टि से उनके काव्य में वाह्य उद्दीपन
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| 9. | के नियंत्रण में उद्दीपन का कार्य करता है।
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| 10. | उद्दीपन विभाव के दो प्रकार माने गये हैं:
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