पुनर्मुद्रण केवल एक ऐतिहासिक दस्तावेज को उपलभ्य बनाने के लिए नहीं,
5.
किन्तु इन तीन पाटलिपुत्री, माथुरी और प्रथम वल्लभी वाचनाओं के पाठ उपलभ्य नहीं।
6.
शास्त्रों में पाया जाता है, ठीक वही उपलभ्य दशवैकालिक की रचना के संबंध में कहा जाता है।
7.
बोर्ड, कर्नाटका के ग्रोयरों को प्रतिस्पद्र्धात्मक ब्याज दर में इनपुट ऋणों को उपलभ्य कराने के द्वारा पेस्टिसाईड/ कवकनाशी की आपूर्ति करता है ।
8.
राजस्थानी चित्रकला का प्राचीनतम उपलभ्य सैट रागमाला का है, जिसका चित्रणएक मुसलमान चित्रकार निसारदीन ने मेवाड़ के चावन्द नामक स्थान पर १६०५में किया था.
9.
यद्यपि उपलभ्य पाली “ मिलिन्द पंझ ” में छ: परिच्छेद हैं, किंतु उनमें से पहले के तीन ही पुराने मालूम होते हैं ;
10.
उसका पुनर्मुद्रण केवल एक ऐतिहासिक दस्तावेज को उपलभ्य बनाने के लिए नहीं, बल्कि इसलिए भी संगत है कि परवर्ती काव्य-प्रगति को समझने के लिए इस का पढ़ना आवश्यक है।