राजनीतिक एवं औपनिवेशिक विस्तार से अंग्रेजी को मान्यता मिली ।
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राजनीतिक एवं औपनिवेशिक विस्तार से अंग्रेजी को मान्यता मिली ।
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पूंजीवाद के औपनिवेशिक विस्तार की सरणियों को समझने के लिए इस अंतर को समझना बेहद जरूरी है.
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यह नहीं भूलना चाहिए कि औपनिवेशिक विस्तार ने लेखक चार्ल्स डिकेंस को एक मुहावरे में बदल दिया.
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सत्रहवीं सदी में औपनिवेशिक विस्तार की अवधि के दौरान, आधुनिक निगम के असली पूर्वज “चार्टर्ड कंपनी” के रूप में उभरे.
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सत्रहवीं सदी में औपनिवेशिक विस्तार की अवधि के दौरान, आधुनिक निगम के असली पूर्वज “चार्टर्ड कंपनी” के रूप में उभरे.
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सभ्यताओं का इतिहास मूलतः उत्प्रवासों का इतिहास रहा है, ये उत्प्रवास चाहे दबाव में हुए हों या स्वेच्छया या ये उत्प्रवास साम्राज्यवादी और औपनिवेशिक विस्तार की प्रेरणा से हुए हों।
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प्रश्न यह कि भारत जैसे देश जहाँ वैदिक संस्कृति से लेकर ब्रिटिश औपनिवेशिक विस्तार, और अंततः १९४७ की आजादी के बाद हिंदी का प्रयोग और भाषाई साम्राज्यवाद जैसे बहुत से प्रश्नों के साथ खड़े हैं।
9.
विश्वबैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के औपनिवेशिक विस्तार ने जिस तरह भारत को रॉबर्ट वड्रा जैसा झोलर दामाद दिया है, ठीक वैसी ही संतान-रिश्तेदार पोषित-प्रेरित भ्रष्टाचार तमाम देशों में प्रश्रयप्राप्त है।
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कहा जाता है कि यदि पहले इंग्लैंड ने अपना औपनिवेशिक विस्तार ' बाइबल' और विज्ञान के द्वारा किया तो आज अमेरिका ने यह सौ-सौ चिंग्घाडते टी.वी. चैनलों और पैप्सी, कोकाकोला तथा मैक्डोनल आदि के द्वारा किया।