| 1. | इन ध्वनियों को संस्कृत में कंठ्य माना गया है।
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| 2. | कंठ्य नासिका प्रोटो द्रविड़ियन में से पहले विकसित हुई.
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| 3. | कड़ी से कड़ी-हिंदी व्यंजन कंठ्य एवं तालव्य
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| 4. | कंठ्य (क, ग, ख, घ)
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| 5. | की आवाज को सुरीला मानते हैं क्योंकि पश्च कंठ्य ध्वनियों
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| 6. | कंठ्य का महाप्राण उच्चारण इसकी प्रमुख विशेषता है-यथा कासा, कहासा (घर)।
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| 7. | कंठ्य का महाप्राण उच्चारण इसकी प्रमुख विशेषता है-यथा कासा, कहासा (घर)।
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| 8. | कंठ्य का महाप्राण उच्चारण इसकी प्रमुख विशेषता है-यथा कासा, कहासा (घर)।
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| 9. | गायन एवं संवाद प्रस्तुति भी आवाज के पश्च कंठ्य स्वर में की जाती
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| 10. | कंठ्य का महाप्राण उच्चारण इसकी प्रमुख विशेषता है-यथा कासा, कहासा (घर) ।
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