| 1. | पश्चिमी बंगाल पुरुलिया जिले के कुटनी खण्डमें ८.
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| 2. | बंदर, घंटा और कराला नामक कुटनी की कहानी
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| 3. | राजा चले गये कुटनी पँच महलिया रे ना।
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| 4. | कविता-01-माछेर झोल भात और कुटनी!
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| 5. | कुटनी लचिया भोरे महला लै आवौ रे ना।
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| 6. | देबै कुटनी तोहैं पाँच मोहरिया रे ना।
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| 7. | रहस्यमय ।-बङी कुटनी है ।
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| 8. | भइ कूटन कुटनी तस कूटी ' ।
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| 9. | वह कुटनी मेरे लड़के को मुझसे छीने लेती है।
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| 10. | वह कुटनी मेरे लड़के को मुझसे छीने लेती है।
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