| 1. | कूँची को नहिं देखते, यथा आंजते अक्ष ।
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| 2. | पता नहीं कूँची से क् या उतरता। ”
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| 3. | सबेरे उठते ही कूँची उठाकर वे घर बटोर देतीं।
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| 4. | कूँची ठण्डी राख में, भर देती अंगार।।
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| 5. | गाँधी ने पास रखी विवेक की कूँची
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| 6. | चित्र बनाने या रंग भरने की कूँची 4.
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| 7. | PMआप की कूँची से निकल रहे हैं, अब ब्लागर।
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| 8. | कोई कोई कूँची (brush) से भी काम लेते हैं।
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| 9. | उसकी नन्ही कूँची जैसे उसकी शमशीर थी या गदा.
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| 10. | कूँची कृत्या की जान रही है।
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