| 1. | फुलमतिया जी, खदेरन, फाटक बाबू और खंजन देवी।
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| 2. | खंजन, कंजल, खात, मद, काम विसन है सोइ।।
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| 3. | बोले खंजन करो नव श्रृंगार आँजों अंजन!
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| 4. | पत्थरों पर बैठी गौरवर्ण धोबिनों (खंजन या वैगटेल
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| 5. | एक खंजन का जोड़ा जो कई महीनों से
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| 6. | पी सुधा जो कि छलकी है खंजन नयन
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| 7. | फिर इस ‘ खंजन की दोनों जातियां सरस है।
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| 8. | बिगसि कमल स्निग भमर बेनु खंजन मृग लुट्टिय,
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| 9. | खंजन पंछी अपनी पूंछ कुतों की तरह नहीं हिलाते।
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| 10. | खंजन मीन मृगज चपलाई, नहिं पटतर एक सैन ।।
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