| 1. | गलगंड के रोगी का गला रोग में एवं बाद में
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| 2. | इस समय गलगंड, या घेघा (
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| 3. | इस समय गलगंड, या घेघा (goitre) उत्पन्न होने की संभावना रहती है।
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| 4. | गलगंड रोग से मानव शरीर की कौनसी ग्रंथि बढ़ जाती है? उत्तर:
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| 5. | सुख-दु: ख ही गले के रोग हैं (गलगंड, कठमाल या घेघा) ।
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| 6. | गले के एक रोग को गलगंड कहते हैं जिसमें गले में एक गांठ सी उभर आती है।
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| 7. | भारत के अनेक स्थानों में, जैसे बिहार के मोतिहारी जिले में गलगंड रोग प्रचुरता से देखा जाता है।
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| 8. | रोग रोकने के लिए, जिस प्रदेश में गलगंड रोग पाया जाता हो वहाँ की गर्भवती स्त्री को आयोडीन का सेवन कराना चाहिए।
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| 9. | व्रण (जख्म), गलगंड (घेघा), नारू (गंदे पानी के पीने से होने वाला रोग) पर:
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| 10. | गले वा ठोडी पर बड़ी वा छोटी सख्त न घुलने वाली गोल गांठ हो जाती हैं, इनको कंठमाला, गलगंड वा बेल कहते हैं ।
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