| 1. | ग्रंथिका विकास प्रक्रिया कोई सरल यासीधी क्रिया नहीं है.
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| 2. | इसप्रोटीन की ग्रंथिका विकास में महत्वपूर्ण भूमिका रहती है.
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| 3. | इस ओर सबसे अधिक शोध-~ कार्य मटर, सोयाबीन तथा अल्फा अल्फा पर ग्रंथिका बनाने वाले जीवाणु राइजो-~ बियम पर किए गएहैं.
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| 4. | यह संपुट कोराकोह्युम्रल स्नायु के कारण मजबूत होता है जो कंधे की हड्डी की कोराकोइड प्रक्रिया को प्रगंडिका बड़ी ग्रंथिका से जोड़ता है.
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| 5. | आम तौर पर कम मामलों में, अतिरिक्त हार्मोन स्राव के लिए एक अकेली ग्रंथिका जिम्मेदार होती है, जिसे “गर्म” ग्रंथिका कहा जाता है.
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| 6. | आम तौर पर कम मामलों में, अतिरिक्त हार्मोन स्राव के लिए एक अकेली ग्रंथिका जिम्मेदार होती है, जिसे “गर्म” ग्रंथिका कहा जाता है.
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| 7. | आम तौर पर कम मामलों में, अतिरिक्त हार्मोन स्राव के लिए एक अकेली ग्रंथिका जिम्मेदार होती है, जिसे “गर्म” ग्रंथिका कहा जाता है.
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| 8. | आम तौर पर कम मामलों में, अतिरिक्त हार्मोन स्राव के लिए एक अकेली ग्रंथिका जिम्मेदार होती है, जिसे “गर्म” ग्रंथिका कहा जाता है.
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| 9. | यह संपुट कोराकोह्युम्रल स्नायु के कारण मजबूत होता है जो कंधे की हड्डी की कोराकोइड प्रक्रिया को प्रगंडिका बड़ी ग्रंथिका से जोड़ता है.
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| 10. | पोषी पौधों के शरीर-क्रियात्मक अनुसंधान से पता चलता है कि ग्रंथिका विकास केसमय एक विशिष्ट प्रोटीन का, जिन्हें नाड्यूलिंस कहते हैं, संश्लेषण होता है.
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