| 1. | सुख है वह सुख न चार्वाक मत है,
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| 2. | चार्वाक मत एक प्रकार का यथार्थवाद और भौतिकवाद है।
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| 3. | श्रीवसिष्ठजी चार्वाक मत का प्रदर्शन करते हैं।
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| 4. | चार्वाक मत एक प्रकार का यथार्थवाद और भौतिकवाद है।
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| 5. | भौतिकवाद, अनात्मवाद, देह वाद, चार्वाक मत
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| 6. | ईशाई, इस्लाम एवं चार्वाक मत में काल रेखीय है।
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| 7. | भौतिकवाद को मानने वाला ; चार्वाक मत का अनुयायी 3.
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| 8. | लेकिन प्रत्येक भारतीय दर्शन में चार्वाक मत अर्थात जड़वाद का खंडन किया गया है।
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| 9. | वेदविरोधी होने के कारण नास्तिक संप्रदायों में चार्वाक मत का भी नाम लिया जाता है।
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| 10. | सर्व दर्शन संग्रह के पहले अध्याय में चार्वाक मत के सिद्धांतों का सार मिलता है।
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