| 1. | छागल 1 [सं-स्त्री.] 1.
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| 2. | अब न कहीं छागल दिखता है, न मटका.
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| 3. | बून्द नहीं देती कोई भी उलट गई छागल
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| 4. | अब न कहीं छागल दिखता है, न मटका.
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| 5. | एक तीर छागल पर आकर लगा।
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| 6. | छलकि छवापै बजैं छागल छमाछम जो
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| 7. | सूखी हुई छागल को उठाते हैं।
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| 8. | अब उन्होंने छागल में पानी भरा।
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| 9. | पानी से भरी छागल अब्बास को युद्ध से रोक रही थी।
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| 10. | झँकोरे नहीं, किसी चित्रकार के ब्रश से निकले भगोड़े छागल हैं
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