| 1. | दोनों ओर के जरायु भातर की ओर क्रमश:
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| 2. | बनमानुस और मनुष्य का जरायु चक्राकार होता है।
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| 3. | बिना जरायु के गर्भ में नहीं पाई जाती।
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| 4. | दोनों ओर के जरायु भातर की ओर क्रमश:
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| 5. | जरायु की स्थानच्युतियाँ तथा जरायुप्रदाह के प्रारम्भमें.
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| 6. | पर जरायु भी एक बार ही नहीं
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| 7. | शीर्ण जरायु होते व्योम पर ज्यो नीलाभ लालिमा छाए
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| 8. | चक्रनालयुक्त पूर्ण जरायु का विधान नहीं होता।
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| 9. | मनुष्य के गर्भपिंड में भी एकबारगी पूर्ण जरायु का
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| 10. | जरायु का कडापन और दर्द (पंकज अवधिया के शोध दस्तावेज),
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