| 1. | इन पांचों इंद्रियों को ज्ञानेंद्रिय कहते हैं।
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| 2. | इन पांचों इंद्रियों को ज्ञानेंद्रिय कहते हैं।
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| 3. | कान, नेत्र, नासिका, जिा, त्वचा, ये पांचों ज्ञानेंद्रिय हैं।
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| 4. | इन पांचों इंद्रियों को ज्ञानेंद्रिय कहते हैं।
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| 5. | पृथक् पृथक् बनावटी साधनों द्वारा प्रत्येक ज्ञानेंद्रिय की शिक्षा अमनोवैज्ञानिक है।
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| 6. | आधुनिक मनोविज्ञान में मन को ज्ञानेंद्रिय की मान्यता प्राप्त नहीं है।
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| 7. | पृथक् पृथक् बनावटी साधनों द्वारा प्रत्येक ज्ञानेंद्रिय की शिक्षा अमनोवैज्ञानिक है।
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| 8. | नेत्र शरीर की प्रमुख ज्ञानेंद्रिय हैं जिससे रूप-रंग का दर्शन होता है।
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| 9. | भारतीय चिंतन में मन को पांचों ज्ञानेंद्रियोंसे अलग स्वतंत्र ज्ञानेंद्रिय के रूप में मान्यता प्राप्त है।
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| 10. | प्रत्येक ज्ञानेंद्रिय किसी विशेष गुण का चरिचय देती है-आँख रूप का, कान शब्द का, नाक गंध का।
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