वह पवन झकोरा मनुज-देह-धारी था, वह कोई पहुँचा हुआ ब्रह्मचारी था।
3.
बाद में गत चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को पक्ष में एक जोरदार राजनीतिक झकोरा चला।
4.
औचक झकझोर गया नया था झकोरा, तन में भी दाग लगे मन न रहा कोरा
5.
लगा यमुना की शीतल लहरें खनक रही हैं, वन की मुक्त हवा का झकोरा जैसे तन को परस गया हो.
6.
सोच रहा था जब मैं ये सब, बता गया यह एक झकोरा क्योंकि न तुमने पलकें खोलीं अपनी, रहा जगत भी सोया
7.
उसका मन जहां, जिस ओर जाना चाहता था, वह उसी ओर प्रवाहित हो जाती थी, जैसे मनुष्य का शरीर न हो, पवन का कोई झकोरा हो।...
8.
चढ़ी पेड़ महुआ थपाथप मचाया गिरी धम्म से फिर चढ़ी आम ऊपर उसे भी झकोरा किया कान में “कू” उतर कर भगी मैं हरे खेत पहुँची वहाँ गेहुँओं में लहर खूब मारी।
9.
खपरैलों से टपके पानी ज्यों विरहिन की आँखें छत की झिरियों से रह रह कर काली बदली झांके दीवारों पर आकर बिजली का चाबुक लहराता खिड़की के पल्ले खड़काकर पवन झकोरा गाता फिर आई ॠतु बरखा की
10.
अंधड़ में झकोरा खाती पत्ती-सी चेतना अब धीरे-धीरे वापस लौट रही है एक पैंतीस साला हतप्रभ अकेली खड़ी गृहिणी के पास देहरी पर खड़ी इस गृहिणी ने अपनी मुट्ठियों में पल्लू का छोर ही नही, एक सदी का छोर भींच रखा है।