न्यायालय तत्समय प्रवृत्त विधियों के अधीन फैसले देते हैं।
2.
पर तत्समय प्रवृत्त देशी विदेशी और अंतर्राष्ट्रीय कानून लागू होते हैं.
3.
उस पर तत्समय प्रवृत्त देशी विदेशी और अंतर्राष्ट्रीय कानून लागू होते हैं.
4.
राज्य विधान मण्ड्ल के निर्वाचनों के प्रयोजनों के लिये तत्समय प्रवृत्त किसी विधि द्वारा या के अधीन अनर्ह हो;
5.
(ख) मणिपुर राज्य में ऐसे पर्वतीय क्षेत्र जिनके लिए तत्समय प्रवृत्त किसी विधि के अधीन जिला परिषदें विद्यमान हैं।
6.
(3) इस अनुच्छेद के उपबंध इस संविधान के किसी अन्य उपबंध में या तत्समय प्रवृत्त किसी अन्य विधि में किसी बात के होते हुए भी प्रभावी होंगे।
7.
“इस विनियमन के प्रावधानों के विपरीत ने कहा कि क्षेत्र में तत्समय प्रवृत्त किसी अन्य विधि में निहित करने के लिए कुछ भी बात के होते हुए भी प्रभावी होगा.
8.
यदि उसे अधिवक्ता रहते हुए अधिवक्ता अधिनियम, 1961 (1961 का केन्द्रीय अधिनियम 25) या तत्समय प्रवृत्त किसी भी अन्य विधि के उपबन्धों के अधीन वृत्तिक अवचार का दोषी पाया गया हो।
9.
धारा 27 न्यायालय की अधिकारिता से सम्बन्धित है एवं धारा 28 प्रक्रिया का उल्लेख करता है तथा धारा 36 के अनुसार अधिनियम, 2005 के उपबन्ध तत्समय प्रवृत्त किसी विधि के उपबन्धों के अतिरिक्त है।
10.
(क) कोई बात जिला स्तर पर पंचायतों के संबंध में पश्चिमी बंगाल राज्य के दार्जिलिंग जिले के ऐसे पर्वतीय क्षेत्रों को लागू नहीं होगी जिनके लिए तत्समय प्रवृत्त किसी विधि के अधीन दार्जिलिंग गोरखा पर्वतीय परिषद् विद्यमान है;