| 1. | दैववाद के अनुसार यह अंश क्रिया का स
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| 2. | तर्क शून्य, विवेक शून्य धर्म दैववाद में,
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| 3. | इस तरह जैन कर्म सिद्धान्त दैववाद नहीं अपितु अध्यात्मवाद है।
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| 4. | दैववाद या धर्मवाद पर कभी भी आश्रित नहीं होते हैं।
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| 5. | दैववाद या धर्मवाद पर कभी भी आश्रित नहीं होते हैं।
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| 6. | दैववाद के अनुसार यह अंश क्रिया का संपूर्ण कारण है;
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| 7. | दैववाद के अनुसार यह अंश क्रिया का संपूर्ण कारण है;
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| 8. | स्वंय धर्म के लिए भी दैववाद कठिनाइयाँ खड़ी कर देता है।
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| 9. | स्वंय धर्म के लिए भी दैववाद कठिनाइयाँ खड़ी कर देता है।
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| 10. | ' (वही श्लोक 5) यहां दैववाद, नियतिवाद पर मनुष्य के पुरूषार्थ की विजय है।
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