| 1. | ब्राह्मणों को धर्मज्ञ पुरुष पानी भी न दे”
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| 2. | धर्मज्ञ एवं ज्योतिष के प्रकाण्डविद्वान अभी भी यहां हैं.
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| 3. | इसलिए धर्मज्ञ राजाओं ने इसके विपरीत क्यों कर किया?
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| 4. | सो बढ़ कर धर्मज्ञ से, भाग्यवान हैं नीच ॥
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| 5. | देहि वासांसि धर्मज्ञ नो चेद् राज्ञे ब्रुवामहे।।
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| 6. | धर्मज्ञ भी मर्मज्ञ भी, नर जन्म उसका है सफल।।
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| 7. | बड़े ही धर्मज्ञ, सच्चरित्र, ईश्वरभक्त पुरूष हैं।
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| 8. | कहलाते धर्मज्ञ, द्वेष का विष मन में धरते हो।
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| 9. | कहलाते धर्मज्ञ, द्वेष का विष मन में धरते हो।
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| 10. | आर्युपुत्र! आप तो बड़े धर्मज्ञ हैं।
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